Tuesday, March 22, 2011

मैंने मौत को बहुत नजदीक से देख लिया है ! मै अपने यह अनुभव आप सभी को बताना चाहता हूँ !


मौत से मुलाकात हुई है मेरी ! मैंने मौत को बहुत नजदीक से देख लिया है ! 
मै अपने यह अनुभव आप सभी को  बताना चाहता हूँ !
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बात 17  मार्च 2011  की है ,  इस दिन छोटी "होली" थी ! मै रात में 12  बजे अपनी "बुलट" मोटर साईकिल से बदायूं से बीसलपुर को चल दिया था ! मेरा छोटा भाई मोटर साईकिल चला रहा था , मै और मेरा एक मिलने बाला पीछे बैठे थे ! रात में करीब 2 बजे बरेली पार करने बाद मोटर साईकिल 80 -90  की स्पीड से रोड के किनारे २० फिट गहरी खाई में जा गिरी ! रात में करीब 2 बजे हमारे आसपास कोई नही था जो कोई मदद करे ! हम लोग बहुत संकट में थे ! क्या करें क्या न करें ! मोटर साईकिल का हेंनडल टूट चुका था ! रात में करीब 2 बजे सिर्फ सननाटा था ! मौत हमारे बहुत नजदीक से गुजरी थी !
मोटर साईकिल जहाँ गिरी थी वहाँ पर कैलासो नदी थी ! रात में करीब 2 बजे हमारे आसपास कोई नही था मोटर साईकिल को कैसे निकला जाये !!!!! लेकिन हम लोग हिम्मत नही हारे करीब 1  घंटे में मोटर साईकिल को निकाल ही लिया ! भागवान ने मेरी और मेरी भाई की रक्षा की !!!!! मोटर साईकिल में बहुत नुकसान हुआ !
हम लोग सुबह को करीब ४ बजे बीसलपुर पहुचे ! अपने मामा के घर बो लोग भी दंग रह गये ! उस समय तो हम लोग सो गये ! सुबह जब ९ कट्स सो कर उठे तो देखा की  साईकिल का हेंनडल टूट चुका था ! पता नही कैसे हम लोग बीसलपुर मामा के घर तक आ गये ! हम लोग को चोट भी लगी लेकिन बच ही गये ! 
यह मेरी एक बहुत बड़ी गलती थी , मुझे रात में नही जाना चाहिये था !
मै इसको अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती मानता हूँ !

5 comments:

  1. यह मेरी एक बहुत बड़ी गलती थी , मुझे रात में नही जाना चाहिये था !
    मै इसको अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती मानता हूँ !

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  2. भाई जी सब उपर बाले कि किरपा हें सब कुशल मंगल हें
    उपर वाला आप् पर यह करपा बनाए रखे ...जय श्री राम

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  3. यह मेरी एक बहुत बड़ी गलती थी , मुझे रात में नही जाना चाहिये था !

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  4. आप की गलती ये नहीं कि रात में निकले, गलती ये है कि इतनी तेज़ रफ़्तार (८०-९० आप ही ने लिखा है) से बाइक चला रहे थे. खाली सड़क...सामने १०० मीटर तक यदि ठीक से न दिखे तो स्पीड एक दम से कंट्रोल में होना चाहिए ताकि १० फीट कि दूरी में भी ब्रेक लगा के गाडी खड़ी हो जाय. ईश्वर कि बड़ी कृपा रही आप लोग बच गए. घर पे पूजा , हवन वगैरह कर लीजियेगा. और भविष्य में हमेशा ध्यान रखना. शुभम भूयात!!

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  5. vaise yeh baat sahi hai ki raat me bike se safer nahi karna chahiye , yadi majboori ho to ....... magar mrei ek baat samjh me nahi aayi ki Bullet khaayi me kaise chali gayi , kya neend aa gayi thi ?

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