Tuesday, November 23, 2010

क्या खबर, क्या पता , क्या खुशी है, गम है क्या |

क्या खबर, क्या पता , क्या खुशी है, गम है क्या |
ले के अंशू जो खुशी दे , गम के बदले जो हंसी दे ,
राज यह जाना उसी ने जिन्दगी क्या है जिन्दगी |
कल की बातें भूल जा , गुजरी रातें  भूल जा , ख्वाव जो सच हो सके ना उनकी यादें भूल जा .
जो ना हरे बेबसी से ना करे सिकवा किसी  से
राज यह जाना उसी ने जिन्दगी क्या है जिन्दगी |
अपने दिल का दर्द ये उम्र भर हस के पिए जीना उसका जीना है जो औरों की खातिर जिए |
काम ले जिन्दादिली से, यूँ ही खेले जिन्द्जी से,
राज यह जाना उसी ने जिन्दगी क्या है जिन्दगी |
क्या खबर, क्या पता , क्या खुशी है, गम है क्या |

1 comment:

  1. क्या खबर, क्या पता , क्या खुशी है, गम है क्या |

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